कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए जरूरत होने पर रेलवे दुर्घटना राहत चिकित्सा यान (एआरएमवी) को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर देगा। अभी मंडल के चार स्टेशनों पर एआरएमवी तैनात है। इनमें रतलाम, चित्तौड़गढ़, उज्जैन और डॉ. अंबेडकरनगर शामिल हैं। तीन कोच वाला यान सेल्फ प्रोपेल्ड (खुद का इंजिन) है। इसमें से दूसरा कोच मेडिकल का है। इसमें डाक्टर रूम के साथ 12 बिस्तरों वाला पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, ऑटोक्लेव कक्ष और एसी ऑपरेशन थियेटर है। डीआरएम विनीत गुप्ता ने बताया, एआरएमवी हमेशा तैयार रहती है। फिलहाल इसका उपयोग विभिन्न रूट पर काम कर रहे मैदानी अमले की जांच के लिए किया जा रहा है। इमरजेंसी में इसमें मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सकता है।
मंदसौर : प्राइवेट डॉक्टरों ने क्लिनिक बंद किए, जिला अस्पताल में मरीज देखेंगे, युवाओं ने दिया खून
कोराेनावायरस से लड़ाई में जीत के लिए सोमवार से प्राइवेट डॉक्टर व स्टाफ जिला अस्पताल में सेवाएं देंगे। वहीं, ब्लड बैंक में खून की कमी दूर करने के लिए रविवार को 10 युवाओं ने रक्तदान किया। प्राइवेट सर्जन, जनरल प्रेक्टिशनर व फिजिशियन जिला अस्पताल में बारी-बारी से सुबह 11 से 1 एवं दोपहर 2 से 4 बजे तक सामान्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का परीक्षण करेंगे। आईएमए प्रेसिडेंट प्रदीप चेलावत ने बताया हालात को देखते सभी प्राइवेट डॉक्टर ने अपने संस्थान बंद कर दिए हैं। शासन ने हमसे जिला अस्पताल में मरीजों के परीक्षण के लिए डॉक्टर मांगे हैं। सभी की सूची तैयार की जा रही है। सोमवार से डॉक्टर ओपीडी में मरीजों का परीक्षण करेंगे।